
शारदीय नवरात्र का आज नवां दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना को समर्पित रहा। सुबह से ही मंदिरों और घरों में भक्तों ने श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना की। मां सिद्धिदात्री को शक्ति और सिद्धियों की देवी माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन देवी की उपासना करने से भक्त को मानसिक शांति, सिद्धि और अद्भुत शक्ति की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि
भक्तों ने इस दिन मां को पुष्प, फल, मिठाई और दीप अर्पित किए। नौवें दिन विशेष रूप से मां सिद्धिदात्री को लाल या गुलाबी फूल चढ़ाने का विधान है। पूजा में धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित कर श्रद्धालुओं ने मां से आशीर्वाद की कामना की।
मंत्र और महत्व
पंडितों के अनुसार मां सिद्धिदात्री की आराधना का प्रमुख मंत्र है—
“ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः।”
इस मंत्र का जप करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
भक्तों में उमंग
नवरात्र के अंतिम दिन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु माता रानी के जयकारों के साथ पूजा में लीन दिखे। जगह-जगह कन्या पूजन और भंडारे का आयोजन भी किया गया।







