
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर स्वदेशी को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है। संघ के कार्यकर्ताओं ने रविवार को शहर में पथ संचलन कर लोगों से स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का आह्वान किया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने लोगों से देश में बने उत्पादों को अपनाने और विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने की अपील की।
पथ संचलन का शुभारंभ प्रातः शाखा स्थल से हुआ, जिसमें सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया। संचलन के दौरान देशभक्ति के गीतों के साथ शहरवासियों में उत्साह का माहौल दिखाई दिया। संघ अधिकारियों ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण तभी संभव है, जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता देंगे।
संघ ने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों के तहत समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्य करने का संकल्प लिया है।







